बाब का जीवन
हायफा, इसरायल स्थित, कार्मल पर्वत पर बाब की समाधि बहाईयों के लिये दुनिया के पवित्रतम् स्थानों में से एक है।
शिराज में बाब का निवास, जो अब नष्ट हो चुका है, जहाँ उन्होंने अपने मिशन की घोषणा 23 मई 1844 को की।
पहाड़ों पर स्थित माहकू का वह क़िला जहाँ बाब को कैद रखा गया था।