“मानवजाति का कल्याण, इसकी शांति और सुरक्षा तब तक प्राप्त नहीं की जा सकती जब तक इसकी एकता दृढ़तापूर्वक स्थापित नहीं हो जाती।”-बहाउल्लाह
अक्टूबर 1985 में विश्व न्याय मंदिर ने विश्व शांति विषय पर समस्त मानवजाति को सम्बोधित एक पत्र जारी किया था, जिसका शीर्षक था “विश्व शांति का पथ”। वेबसाइट के इस भाग में वह पूरा वक्तव्य दिया जा रहा है। इसे ’डाउनलोड‘ भी किया जा सकता है, अथवा बहाई रेफरेंस लायब्रेरी पर देखा जा सकता है।